विजन और मिशन
हरियाणा सरकार के पास हिसार हवाई अड्डा में 196 एकड़ भूमि है और हिसार में मौजूदा हवाई अड्डा से सटे अतिरिक्त 3000 एकड़ भूमि की पहचान की गई है जिसका उपयोग अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास के लिए किया जा सकता है।
- 2016: हरियाणा सरकार के पास हिसार हवाई अड्डे पर 196 एकड़ भूमि है और हिसार में मौजूदा हवाई अड्डे से सटे अतिरिक्त 3000 एकड़ भूमि की पहचान की गई है जिसका उपयोग अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास के लिए किया जा सकता है।
- 2019: पहले चरण में मौजूदा रनवे का 4000 फीट से 7000 फीट तक विस्तार और टर्मिनल भवन का नवीनीकरण
- 2030: रोजगार और शिक्षा, हवाई यात्रा, साहसिक खेल, पर्यटन को बढ़ावा देने और व्यापार के साथ-साथ बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए हिसार हवाई पट्टी को एकीकृत विमानन हब के रूप में परिवर्तित किया जाएगा, यानी एक ही स्थान पर कार्गो, अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, एमआरओ आदि की सुविधा होगी। उद्योग के रूप में। इसमें एयरोसिटी जैसी गतिविधियों के विकास की परिकल्पना की गई है जिसमें आवास/वाणिज्यिक विकास, पायलटों/इंजीनियरों/ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ के लिए वैश्विक प्रशिक्षण केंद्र, एविएशन यूनिवर्सिटी, एडवेंचर एयरो-स्पोर्ट्स, विमान निर्माण इकाइयां/रक्षा घटक निर्माण इकाइयां शामिल हैं।